दर्द यहाँ भी है वहा भी,फर्क सिर्फ इतना है,
वहा, नासूर ही सही, पर जख्म दिखता तो है,
यहाँ आषिकोंका जनाजा जा रहा है,
और पूछते है, घाव कहा है !!!
आग यहाँ भी है वह भी, फर्क सिर्फ इतना है,
वहाँ धुआं ही सही, पर आग दिखती तो है,
यहाँ दिलजले कि राँख हुई है,
और पुंछते है कौन जला है !!!
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